जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर जिले में एक ही परिवार के 11 लोगों की मौत से इलाके में सनसनी फैल गई है। आजतक की एक रिपोर्ट के अनुसार सभी 11 लोगों को जहर का इंजेक्शन देकर मारा गया है। पाकिस्तान से आए इस हिंदू शरणार्थी बुधाराम परिवार में कुल 12 लोग थे, जिनमें से अब एक ही जीवित बचा है।
11 Hindu refugees killed by injecting poison
पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक तौर पर मौत की वजह पारिवारिक झगड़ा लग रहा है मगर इस पूरे मामले की जांच अभी जारी है। पाकिस्तान से आए इस हिंदू शरणार्थी का परिवार पिछले तीन महीने से यहां पर खेती का काम कर रहा था।
इस परिवार के इकलौते जीवित बचे सदस्य केवल राम ने बताया कि शनिवार रात सभी लोग खाना खाकर नीलगाय भगाने खेत गए थे. उसे खेत में ही नींद आ गई. सुबह जब वह घर लौटा तो पूरा परिवार खत्म हो चुका था
पुलिस को शव के पास से जहर की शीशियां और इंजेक्शन मिले हैं। फिलहाल पुलिस ने पूछताछ के लिए राम को हिरासत में लिया है।
शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि केवल राम और उसके भाई रवि की शादी जोधपुर में एक ही परिवार में हुई थी।
इनकी 4 बहनें थी दो पाकिस्तान से नर्सिंग का कोर्स करके आई थीं। बाकी दो का रिश्ता भी जोधपुर के उसी परिवार में हुआ था, जिस परिवार में भाइयों का रिश्ता हुआ था।
एक बहन पास में ही शादी करके रह रही थी। पारिवारिक क्लेश काफी दिनों से चल रहा था, इसी वजह से बुधराम का एक बेटा वापस पाकिस्तान लौट गया।
दिसंबर 2015 में दोनों ही परिवार पाकिस्तान से आया था. मृतक का परिवार भी और जोधपुर में रहने वाला परिवार भी। इन्हें भारत की नागरिकता नहीं मिली थी, हालांकि इनका आधार कार्ड बन गया था। केवल राम का कहना है कि हत्या उसके ससुराल वालों ने ही करवाई है।
फिलहाल राज्य सरकार ने तय किया है कि सभी 11 लोगों की मौत का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से जोधपुर में कराया जाएगा।
मौत भले ही पारिवारिक क्लेश की वजह से हुई है मगर परिवारों के बीच झगड़े की वजह गरीबी है।
कुछ दिनों से दोनों परिवार जादू-टोना, टोटका और तांत्रिकों के चक्कर में भी फंसा हुआ था।
मरने वाले सभी सदस्यों के नाम इस प्रकार हैं- बुधाराम-75 साल, श्रीमती वितरण-70 साल, रवि-35 साल, लक्ष्मी-38 साल, कुमारी प्यारी- 22 साल, कुमारी सूरज- 21 साल, दयाल- 10 साल, दानिश- 8 साल, दीया- 5 साल, जेहन- 13 साल, कुमारी मुकदश- 16 साल।